खामोशियों को तोड़ तो सही,
जो दिल में है बोल तो सही
जख्मों को यूं तुम छुपाओ ना,
दिल के कुछ राज दिखाओ ना
देंगे साथ तेरा, कुछ न कुछ दवा करेंगे ,
रब से तुम्हारे लिए दुआ भी करेंगे
लबो पर हँसी लौटाएंगे तुम्हारे,
हाथों में हाथ डाल कर चलना कभी हमारे
ज़िंदगी खुशियों से भर जाएगी,
ये दुनिया फिर से खूबसूरत नजर आएगी
बेगानों की तरह रहने से कुछ नहीं मिलता,
अपना बनाकर तो देखो, कोई मोल नहीं लगता