Attitude Shayari – अत्तीतूदे शयारी October 31, 2022 Shayari Hindi मैं हमदर्दी की ख़ैरातों के सिक्के मोड़ देता हूँ, जिस पर बोझ बन जाउँ, उसे मैं ख़ुद ही छोड़ देता हूँ।