Alone Shayari – अकेली शायरी

Alone Shayari - अकेली शायरी

अपनी तन्हाई से तंग आ कर,
बहुत से आईने खरीद लाया हूँ।

जागने का अज़ाब सह-सह कर,
अपने अंदर ही सो गया हूँ मैं।

 

इस सफ़र में नींद ऐसी खो गई,
हम न सोए रात थक कर सो गई।

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