वो रोए तो बहुत पर मुहँ मोड़कर रोए, कोई तो मजबूरी होगी जो दिल तोड़कर रोए, मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े, पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड़कर रोए।
मेरी किस्मत में नही लिखा था तुम्हारा साथ, फिर भी ख़ूबसूरत था मेरे हाथों में तुम्हारा हाथ।
तुम लाख दुआ कर लो मुझसे दूर जाने की, मेरी दुआ भी उसी खुदा से है तुझे मेरे करीब लाने की।
घुटन सी होने लगी है, इश्क़ जताते हुए, मैं खुद से रूठ गया हूँ, तुम्हे मनाते हुए।