Krishna Shayari – A person has attained the higher spiritual union when they react to the joys and sorrows of others as if they were their own.
Krishna Shayari – कृष्णा शायरी
ए जन्नत अपनी औकात में रहना
हम तेरी जन्नत के मोहताज नही
हम श्री बांकेबिहारी के चरणों में रहते है
वहां तेरी भी कोई औकात नही