कामयाब होने के लिये अच्छे
मित्रोंकी जरूरत होती हैं।
और ज्यादा कामयाब होने के लिये
अच्छे शत्रुओं की आवश्यकता होती है
हर मित्रता के पीछे कोई ना
कोई स्वार्थ जरूर होता है।
ऐसी कोई मित्रता नहीं,
जिसमें स्वार्थ ना हो।
यह कड़वा सच है।
जीवन में आगे बढ़ना है
तो बहरे हो जाओ क्योंकि
अधिकतर लोगों की बातें
मनोबल गिराने वाली होती है
सबसे बड़ा गुरु मंत्र है
कभी भी अपने राज
दुसरो को मत बताए।