मैंने ज़ब भी जाने की इजाज़त मांगी, उन्होने ज़ुबां से हां कह के निगाहों से रोक लिया !!
मेरी चाहतें तुमसे अलग कब है, दिल की बातें तुमसे छुपी कब है
रिश्ता उसी से बनाना जो जानता हो उसे निभाना…
पूछ लेते वो बस मिज़ाज मेरा; कितना आसान था इलाज मेरा…