
Ignore Shayari in Hindi – इग्नोर शायरी इन हिंदी
तुम क्या समझोगी कितनी सिद्दत से मैंने मोहब्बत की, इग्नोर करके जिंदगी भर के लिए गम की सजा दी। दिल ही दिल में आज भी वो मुझे प्यार करता है, गैरों के कहने पर वो मुझे इग्नोर करता है। ना Read more
तुम क्या समझोगी कितनी सिद्दत से मैंने मोहब्बत की, इग्नोर करके जिंदगी भर के लिए गम की सजा दी। दिल ही दिल में आज भी वो मुझे प्यार करता है, गैरों के कहने पर वो मुझे इग्नोर करता है। ना Read more