Romantic Shayari – रोमांटिक शायरी
वो आके जिस रोज़ से मेरे दिल में ठहरा है , हर रोज़ दिवाली है हर रोज़ दश्हरा है।
वो आके जिस रोज़ से मेरे दिल में ठहरा है , हर रोज़ दिवाली है हर रोज़ दश्हरा है।
हक़ीक़त ना सही तुम ख़्वाब बन कर मिला करो, भटके मुसाफिर को चांदनी रात बनकर मिला करो। Haqikat Na Sahi Tum Khwab Bankar Mila Karo, Bhatke Musafir Ko Chaandani Raat Read more