तुम क्या समझोगी कितनी सिद्दत से मैंने मोहब्बत की,
इग्नोर करके जिंदगी भर के लिए गम की सजा दी।
दिल ही दिल में आज भी वो मुझे प्यार करता है,
गैरों के कहने पर वो मुझे इग्नोर करता है।
ना जाने क्यों वो अब हमें इतना इग्नोर करने लगे हैं,
लगता हैं शायद वो अब किसी और से प्यार करने लगे हैं।
तू चाहे कितना भी करले मुझे ignore,
हम चाहेंगे तुझे Much & More।
अब यूँ ना जा मेरे प्यार को इग्नोर कर,
मेरी जुबां झूठी लग रही है तो कम से कम,
एक दफा तो इन सच्ची आँखों में देखा कर।