दोस्ती पर से भरोसा मेरा उस दिन से उठ गया, जिस दिन से दोस्तों ने बेमतलब साथ बैठना छोड़ दिया। दुश्मनों से मौहब्बत होने लगी है मुझे, जैसे-जैसे दोस्तों को आजमाता जा रहा हूँ। कुछ रिश्तों के नाम नहीं होते है, और कुछ रिश्ते सिर्फ नाम के होते हैMore Shayari
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Dosti Nahi Pahli Aas Ho Tum Risto Me Nhi Vishwas Ho Tum Pyar Bhare Din Ki Shuruaat Ho Tum दोस्ती नहीं पहली आस हो तुम रिस्तो में नहीं विश्वास हो तुम प्यार भरे दिन की शुरुआत हो तुम ज़िन्दगी इतिहास फिर नही दोहराती हर पल हर मोड़ पर है दोस्तों की याद आती ज़िन्दगी दोस्ती […]More Shayari